अब हाईवे पर टोल नहीं, टेक्नोलॉजी लेगी पैसा! भारत में आएगा सैटेलाइट टोल सिस्टम – Satellite Toll Collection System

Satellite Toll Collection System : जब भी हम हाईवे पर सफर करते हैं, तो टोल प्लाजा पर रुकना पड़ता है, लाइन में लगना पड़ता है और कभी-कभी फास्टैग में भी दिक्कत आ जाती है। लेकिन अब सरकार एक ऐसी तकनीक ला रही है जिससे टोल देने के लिए न लाइन में लगना पड़ेगा, न टोल प्लाजा पर रुकना पड़ेगा।


क्या है ये नई सैटेलाइट टोल टेक्नोलॉजी?

सरकार अब सैटेलाइट की मदद से टोल वसूलने की तैयारी कर रही है। इस सिस्टम को GNSS टेक्नोलॉजी कहते हैं। हर गाड़ी में एक छोटा सा डिवाइस (OBU – On Board Unit) लगेगा। यह डिवाइस बताएगा कि आपकी गाड़ी ने कितनी दूरी तय की है और उसी हिसाब से टोल कट जाएगा।


कैसे काम करेगा ये सिस्टम?

  1. गाड़ी में OBU डिवाइस लगेगा
  2. गाड़ी जब भी टोल वाली सड़क पर चलेगी, दूरी का हिसाब होगा
  3. वो जानकारी सैटेलाइट से सीधे सर्वर तक जाएगी
  4. तय दूरी के हिसाब से टोल अपने-आप कट जाएगा

यानि अब न टोल बूथ पर रुकना पड़ेगा, न किसी को पैसा देना होगा। सब कुछ ऑटोमैटिक होगा।


भारत में कब से लागू होगा ये सिस्टम?

सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जुलाई 2024 में संसद में बताया था कि भारत जल्द ही इस तकनीक को अपनाने वाला है। पहले इसे कुछ गाड़ियों पर टेस्ट किया जाएगा और फिर धीरे-धीरे सभी वाहनों पर लागू किया जाएगा।


कौन-कौन से देशों में पहले से लागू है ये सिस्टम?

  • जर्मनी
  • हंगरी
  • बेल्जियम
  • बुल्गारिया
  • चेक रिपब्लिक

इन देशों में लोग बिना टोल प्लाजा के सफर कर रहे हैं और भुगतान भी सफर के हिसाब से ऑटोमैटिक हो जाता है।


इस सिस्टम के क्या फायदे होंगे?

  • टोल प्लाजा पर रुकना नहीं पड़ेगा
  • सिर्फ जितनी दूरी चले उतना ही टोल कटेगा
  • फास्टैग की गड़बड़ियों से छुटकारा मिलेगा
  • कम जाम, कम प्रदूषण
  • सब कुछ पारदर्शी और डिजिटल होगा

OBU डिवाइस क्या होता है?

यह एक छोटा सा डिवाइस है जो गाड़ी में लगाया जाएगा। यह GPS की मदद से आपकी यात्रा को रिकॉर्ड करता है और टोल का हिसाब करता है। आप इसे अपने बैंक अकाउंट या वॉलेट से जोड़ सकते हैं ताकि पेमेंट अपने आप हो जाए।


क्या सभी गाड़ियों में यह जरूरी होगा?

शुरुआत में इसे कमर्शियल गाड़ियों के लिए लागू किया जाएगा। बाद में धीरे-धीरे सभी गाड़ियों में यह जरूरी किया जा सकता है।


आम लोगों को क्या करना होगा?

अगर आपके पास अभी फास्टैग है, तो आपको तुरंत कुछ नहीं करना होगा। सरकार इस नई प्रणाली को धीरे-धीरे लागू करेगी और लोगों को समय भी देगी। हो सकता है कि सरकार OBU डिवाइस को सस्ते में उपलब्ध करवाए।


निष्कर्ष: सफर होगा आसान और स्मार्ट

भारत का टोल सिस्टहीं, टेक्नोलॉजी लेगी पैसा! भारत में आएगा सैटेलाइट टोल सिस्टम – Satellite Toll Collection System(Satellite Toll Collection System) समय है पुराने टोल प्लाजा सिस्टम को अलविदा कहने का।

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